Hindi Poem (हिंदी कविता ) - 10: जाएं तो जाएं हम किधर जाए
जाएं तो जाएं हम किधर जाए,
इसी मुश्किल में महफ़िल सजाये
जिए तो जिए कैसे बिन तेरे
जैसे बिन पानी जीवन जी जाये
मायने बदल गए कई रिश्तो के
दोस्तों को , उनको पहचाना जाए
मंहगे हुए आम इसी बहाने
चुराने आम आमबाग जाए
पौधे बोये थे मैंने कुछ दिन पहले
सुन्दर सुहावने आज कुछ फूल आये |
इसी मुश्किल में महफ़िल सजाये
जिए तो जिए कैसे बिन तेरे
जैसे बिन पानी जीवन जी जाये
मायने बदल गए कई रिश्तो के
दोस्तों को , उनको पहचाना जाए
मंहगे हुए आम इसी बहाने
चुराने आम आमबाग जाए
पौधे बोये थे मैंने कुछ दिन पहले
सुन्दर सुहावने आज कुछ फूल आये |
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